“----------उन जींजरों को तोड़ने का, जिनमें वे जकड़े हुए हैं, कोई न कोई तरीका लोग
निकाल ही लेते हैं---------‘’
आपके विचार से लेखक ‘जींजरों’ द्वारा किन समस्याओं की ओर इशारा कर रहा है?
कहानी में लेखक ‘जींजरों’ के माध्यम से तमिलनाडु के पुडुकोट्टई जिले में रहने वाली स्थानीय महिलाओं की विभिन्न समस्याओं के बारे में बातें कर रहा है। ये महिलाएं रूढ़ीवादिता, पिछड़़ेपन और बंधनों से परिपूर्ण जीवन बिता रही थीं। यहां महिलाएँ न तो स्वतंत्र निर्णय ले पाती थीं और न ही व्यक्तिगत स्वतंत्रता को महसूस कर पाती थीं।
इन्हीं को लेखक ने ‘जींजरें’ माना है।